किसी भी योजना/परियोजना के उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में परियोजना का सतत् अनुश्रवण/मूल्यांकन एक आवश्यक गतिविधि है। कार्यान्वयन अवधि के प्रदर्शन को बेहतर बनाने अथवा रचनात्मक मूल्यांकन के लिये भी योजनाओं/परियोजनाओं का सतत् अनुश्रवण आवश्यक है। राज्य योजना आयोग द्वारा राज्य में संचालित/क्रियान्वित की जा रहे विकास कार्यक्रमों की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति प्राप्त किये जाने तथा योजनाओें का Budget/Sanction/Expenditure के सापेक्ष वित्तीय एवं भौतिक प्रगति का परीक्षण/विश्लेषण के उपरान्त अनुश्रवण/मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार कर उच्च स्तर तथा नीति आयोग, भारत सरकार को नियमित रूप से प्रत्येक त्रैमासान्त प्रेषित की जाती है। इसके साथ ही समय-समय पर उच्च स्तर पर विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठकें आयोजित की जाती रही है। बैठकों में उक्त डाटा के आधार पर ही सम्बन्धित विभागों की बजट प्राविधान के सापेक्ष स्वीकृति एवं व्यय की स्थिति परिलक्षित होती है। जिसके आधार पर समीक्षा बैठकों में सम्बन्धित विभाग को स्वीकृति एवं व्यय की स्थिति में सुधार लाने के निर्देश दिये जाते रहे है। राज्य योजना आयोग द्वारा विभिन्न विभागों से योजनाओं/परियोजनाओं का वित्तीय एवं भौतिक प्रगति सम्बन्धी डाटा हार्ड कॉपी द्वारा प्राप्त कर उपरोक्त अनुश्रवण रिपोर्ट तैयार की जाती थी। “ई-आकलन” वेब पोर्टल के माध्यम से उपरोक्त गतिविधियों का कम्प्यूटरीकरण किया गया है तथा पोर्टल के माध्यम से तत्सम्बन्धी आवश्यक अनुश्रवण रिपोर्ट तैयार की जा सकती है। योजनाओें की Budget/Sanction/Expenditure के सापेक्ष वित्तीय एवं भौतिक प्रगति का विभागवार/सेक्टरवार/जनपदवार/ परियोजनावार माननीय मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, सचिव, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा विभागाध्यक्ष स्तर पर User ID/Password का प्रयोग कर Real Time Customised Progress Report देखने की व्यवस्था पोर्टल में प्रदान की गई है। वेब पोर्टल पर विभागवार/बजट प्राविधान, स्वीकृति तथा व्यय सम्बन्धी सूचना जनसामान्य के लिये भी उपलब्ध है।